इस आर्टिकल में हम आपको सरकार के इस महत्वाकांक्षी ओएनडीसी प्लेटफॉर्म से जुड़ी हर चीज के बारे में बताने की कोशिश करेंगे, कि इस प्रोग्राम के साथ ई-कॉमर्स का क्षेत्र भी उसी तरह बदल सकता है, जैसे UPI के आने से डिजिटल बैंकिंग में नया बदलाव कई सुविधाएं लेकर आया। ये पढ़ें: ग्राहक कैसे कंस्यूमर कोर्ट में अपनी शिकायत करें दर्ज

ONDC क्या है ?

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ONDC कैसे काम करता है ?

इस प्लैटफॉर्म का उद्देश्य लघु और मध्यम व्यापारों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए एक मौका देना है और साथ ही डिजिटल मोनोपॉली यानि एकाधिकार को रोकना भी है। यह पहल उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (Department for Promotion of Industry and Internal Trade) द्वारा की गई है। इस नेटवर्क के साथ सरकार का लक्ष्य अगले दो सालों में 1.35 बिलियन लोगों के इस देश में उपभोक्ता खरीद के मामले में ई-कॉमर्स की पहुंच को बढ़ाकर 25% करना है, जो फिलहाल लगभग 8% है। साथ ही इस प्लेटफार्म पर सरकार लगभग 1.5 मिलियन विक्रेता और 900 मिलियन ग्राहकों को जोड़ना चाहती है।

ONDC कब और कहाँ से कार्य शुरू करेगा ?

ओएनडीसी भारत के 5 शहरों- बेंगलुरु, नई दिल्ली, कोयंबटूर, भोपाल और शिलांग में अपना पायलट प्रोग्राम शुरू कर चुका है। इसका लक्ष्य अगस्त 2022 तक ही लगभग 100 शहरों में सर्विस को चालू करना है और ऊपर बताये गए मौजूद 5 शहरों में इसे पूरी तरह से जनता के लिए खोलना है। अभी के लिए ये पायलट प्रोग्राम 5 विक्रेताओं और खरीदारों के सीमित समूह के साथ बीटा-टेस्टिंग के रूप में मौजूद है।

ONDC के ट्रांसेक्शन टारगेट क्या हैं और ये एक अच्छी प्रतियोगिता को कैसे बढ़ावा देगा ?

जैसे कि हमने बताया ONDC अगले दो सालों में ई-कॉमर्स में देश की जनता की खरीद को मौजूदा 8% खरीद से बढ़ाकर 25% तक ले जाने का लक्ष्य रखता है। ONDC के साथ देश के छोटे व्यापारियों को बढ़ने का मौका मिलेगा। साथ ही जो लोकल ग्राहक हैं, वो भी ऐप में भारतीय भाषाओं के साथ शामिल हो सकेंगे। साथ ही यहां यूज़र सर्विस या आइटम को रेट भी कर सकेगा, जो नेटवर्क पर कहीं भी देखा जा सके।

नामी कंपनियां जो ONDC का हिस्सा बन चुकी हैं।

Flipkart की Ekart और PhonePe भी इसका हिस्सा बन चुकी हैं। Paytm ऐप भी इसमें शामिल होने का आवेदन दे चुकी है। इसके अलावा Reliance की Dunzo भी ONDC में एकीकृत होने की तैयारी में है। बैंकों की बात करें तो, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, एक्सिस बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, HDFC, कोटक महिंद्रा बैंक भी इसका हिस्सा बनने की तैयारी कर रहे हैं, जो ONDC में लेंडर यानि लोन देने वाले की भूमिका निभाएंगे। इसके अलावा टेलीकॉम ऑपरेटर Airtel और Vodafone Idea भी इसमें निवेश करने की योजना बना रहे हैं। रिपोर्ट तो यहां तक कह रही हैं, कि Google भी ONDC में निवेश कर सकता है।

ONDC कैसे काम करेगा और क्या समस्याएं इसके सामने आ सकती हैं ?

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